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मौसम क्या बदला, गले में इंफेक्शन, खांसी व वायरल बुखार के मरीज बढ़े

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यह तस्वीर जागरण आर्काइव से ली गई है।



जागरण संवाददाता, समस्तीपुर! बदलते मौसम ने बच्चों की सेहत पर असर डालना शुरू कर दिया है। तापमान में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव से सर्दी-जुकाम, खांसी, बुखार और वायरल संक्रमण के मामले में बढ़ने लगे हैं।

इसकी संख्या में वृद्धि हुई है। जिले के सरकारी व निजी अस्पतालों में रोगियों की संख्या में 15 से 20 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है। सदर अस्पताल के सामान्य ओपीडी में शनिवार को 187 मरीजों ने इलाज कराया।

जबकि, इनमें 37 मरीज सर्दी-खांसी से पीड़ित है। सिविल सर्जन डा. एसके चौधरी ने बताया कि इस मौसम में सावधानी न बरती जाए, तो संक्रमण तेजी से फैल सकता है। मौसम में हो रहे तेज बदलाव से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है। जिन बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, उन्हें वायरल संक्रमण, टांसिल और सास संबंधी दिक्कतें जल्दी घेर लेती हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
प्रोटीन व फाइबर से भरपूर डाइट लें

ईएनटी विशेषज्ञ डा. सैयद मेराज इमाम ने साफ-सफाई बनाए रखने और खानपान पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी है। मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव के चलते गले में इंफेक्शन के कारण खांसी व सर्दी-जुकाम के साथ ही वायरल बुखार और जोड़ों में दर्द के मरीजों में अधिक इजाफा हुआ है। मौसमी बीमारियों से बचने के लिए लोगों को चाहिए की बारिश के दौरान ठंडी चीज कम खाएं और ठंडे एसी के कमरे से निकलकर अचानक धूप में न जाएं। लोगों को प्रोटीन व फाइबर से भरपूर डाइट लेना चाहिए।
प्रभावित होने लगती है रोग-प्रतिरोधक क्षमता

इम्युन सिस्टम हमारे शरीर का एक सुरक्षा तंत्र है। मौसम में बदलाव होने से शरीर का प्रतिरोधक क्षमता सबसे ज्यादा प्रभावित होता है। जब मौसम में बदलाव होता है तो अलग-अलग तरह के बैक्टीरिया वायरस तापमान के अनुसार सक्रिय हो जाते हैं, जो शरीर पर आक्रमण करते हैं।शरीर का इम्युन सिस्टम कमजोर होगा, तो बैक्टीरिया आसानी से शरीर को कमजोर करना शुरू कर देता है। इससे लोगों को अधिक सावधान रहना चाहिए।
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