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पुरानी कार की जगह नई कार कब खरीदें।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। देश में हर महीने लाखों की संख्या में कारों की बिक्री की जाती है। जिनमें से बड़ी संख्या कारों को कई सालों तक उपयोग में लाया जाता है। वहीं कुछ लोग कुछ साल बाद ही अपनी कार से परेशान हो जाते हैं। अगर आपकी कार भी कुछ साल बाद परेशान कर रही है तो किन संकेतों को समझकर आप भी नई कार लेने का फैसला कर सकते हैं। हम आपको इस खबर में बता रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इंजन में परेशानी आना
अगर आपकी कार के इंजन में किसी तरह की परेशानी आती है तो उसे ठीक करवाना काफी जरूरी होता है। लेकिन यह समस्या बार बार आ रही है तो फिर गाड़ी को बदलना ही समझदारी का काम होता है। लंबे समय से एक ही तरह की परेशानी इंजन में आ रही हो तो कई बार उसे ठीक करवाने में काफी ज्यादा खर्चा हो जाता है।
एसी में खराबी
कार के इंजन से ही एसी यूनिट भी जुड़ी हुई होती है। कई बार कार के एसी की कूलिंग काफी कम हो जाती है। जिसके बाद उसे ठीक करवाना काफी मुश्किल हो जाता है। अगर आपकी कार ज्यादा पुरानी है और उसके एसी में परेशानी आ रही है तो गाड़ी के एसी को ठीक करवाने में लगने वाला खर्च हजारों रुपये तक हो सकता है। ऐसे में अगर आप अपनी पुरानी कार को नई कार से बदल दें तो पैसे और समय के साथ परेशान होने से भी खुद को बचाया जा सकता है।
ईंधन की खपत में बढ़ोतरी
अक्सर जब कार पुरानी हो जाती है तो उसमें ईंधन की खपत बढ़ जाती है। जिससे बिना कारण आपका खर्च भी बढ़ जाता है। ज्यादा ईंधन की खपत की परेशानी को ठीक करवाने में भी कई बार ज्यादा खर्च होने की संभावना होती है। लेकिन समझदार व्यक्ति अपनी पुरानी कार को नई कार से बदल लेते हैं।
इंटीरियर में खराबी
जैसे जैसे कार पुरानी होने लगती है उसके इंटीरियर में भी खराबी आने लगती है। गाड़ी के अंदर गियर लीवर, डैशबोर्ड, सीटें और कई अन्य जगहों पर लंबे समय से गंदगी जमा होने के कारण बदबू भी आने लगती है। कई कारों के इंटीरियर को ठीक करवाना काफी महंगा भी होता है। गाड़ी ज्यादा पुरानी हो जाए और उसके इंटीरियर में खराबी के साथ बदबू भी आने लगे तो भी नई कार खरीदी जा सकती है।
बॉडी खराब होना
कई बार लापरवाही के कारण कार की बॉडी भी खराब होने लगती है और कई जगहों पर जंग लगने लगती है। कई बार ऐसी जगहों पर भी जंग लग जाती है जहां पर ठीक करने में परेशानी होती है। ऐसी स्थिति में भी लोग पुरानी कार की जगह नई कार खरीदते हैं। |
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