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कानपुर जेल से फरार कैदी असरुद्दीन। पुलिस
जागरण संवाददाता,कानपुर। आठ अगस्त की देर रात जेल की 22 फीट ऊंची दीवार फांद कर भागे कैदी असरूद्दीन का अब तक सुराग नहीं लग सका है। तलाश में लगी कोतवाली पुलिस ने अब मिलेट्री इंटेलीजेंस का सहारा लिया है। एक इंस्पेक्टर, दरोगा व तीन हेड कांस्टेबलों की पांच सदस्यीय टीम उसकी तलाश में असम, नागालैंड के बार्डर तक पहुंची, लेकिन वह अपने गांव भी नहीं पहुंचा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मूलरूप से असम के तिनतिकिया गांव के असरूद्दीन ने पत्नी से अवैध संबंधों के शक में 8 जनवरी 2024 को 24 वर्षीय दोस्त इस्माइल की हत्या कर दी थी, जिसके बाद से वह जेल में था। 8 अगस्त को 2025 की रात जेल में गिनती हुई तो असरूद्दीन गायब मिला। 250 सीसीटीवी खंगाले गए तो तो एक कैमरे में वह राशन के गोदाम की छत पर चढ़कर 22 फीट ऊंची दीवार पर चलते हुए कैद हुआ। इसके बाद गंगा नदी में कूद गया था।
घटना की जानकारी पर डीजी जेल ने जेलर, डिप्टी जेलर समेत चार अधिकारियों को निलंबित कर मामले की जांच डीआईजी जेल प्रदीप गुप्ता को सौंपी थी। वहीं, कोतवाली पुलिस ने असरूद्दीन की तलाश शुरू की। कोतवाली थाने के निरीक्षक संजय यादव के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम असरूद्दीन के गांव भेजी गई, जहां टीम आठ दिन तक डेरा डाले रही, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। निरीक्षक संजय ने बताया कि अलग भाषा होने के कारण सेना का सहयोग लिया गया। इसके बाद असरूद्दीन के घर व रिश्तेदारों के घर पर दबिश दी, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। असम में भी असरूद्दीन ने चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया था।
पुलिस असरूद्दीन की ससुराल नागालैंड के औंगलौंग खटखटी पहुंची, जहां उसकी पत्नी और दो बच्चे मिले। पत्नी ने बताया कि असरूद्दीन अक्सर उसके साथ मारपीट करता था, जिस कारण वह छोड़ कर मायके आ गई थी। पत्नी ने ही असरूद्दीन को पकड़वाया था, जिसके बाद से उसने संपर्क नहीं किया। निरीक्षक ने बताया कि मिलेट्री इंटेलीजेंस के जरिए उसका लुकआउट पोस्टर भी जारी कराया गया है। जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। |
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