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तेज हवाओं के साथ 4.4 एमएम वर्षा से गिरा तापमान। फोटो जागऱण
जागरण संवाददाता, लुधियाना। पंजाब में रविवार की सुबह कई जिलों में तेज हवाओं के साथ वर्षा हुई। वर्षा के कारण मंडियों में बिकने लिए लाई गई धान की फसल भीग गई। यही नहीं, वर्षा के कारण धान की कटाई पर भी इसका असर पड़ा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उधर, मौसम विभाग ने राज्य में अगले दो दिन भारी वर्षा और ओलावृष्टि की संभावना जताई है, इससे किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं। किसानों की चिंता इस बात को लेकर है कि अगर आंधी के साथ वर्षा होती है तो उनकी पकी हुई धान की फसल खेतों में बिछ सकती है जिससे फसल खराब होने का भी डर है। उधर, बीबीएमबी प्रबंधन की ओर से रणजीत सागर बांध और पौंग बांध से रविवार को रावी व दरिया में पानी छोड़ने का क्रम जारी रखा।
बीबीएमबी प्रबंधन ऐसा अगले दो दिन हिमाचल में भी भारी वर्षा के कारण बांध में और पानी आने की संभावना के चलते कर रहा है। रविवार की सुबह पांच बजे राज्य के कई जिलों में तेज हवाओं के साथ वर्षा का क्रम शुरू हुआ। सुबह लगभग सात बजे तक रुक-रुक कर वर्षा जारी रही। इससे मौसम में भी बदलाव आया है।
मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए पूर्वानुमान के अनुसार सात अक्टूबर तक पंजाब में तेज हवाओं के बीच वर्षा की संभावना है। इस दौरान 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चल सकती हैं। कुछ स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा भी हो सकती है। वहीं कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि होने की संभावना है। आठ अक्टूबर से मौसम साफ हो जाएगा। |
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