|
|
पांच वर्षों में पुरुषों की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या में डेढ़ गुना वृद्धि। सांकेतिक तस्वीर
बाबुल दीप, मुजफ्फरपुर। जिले में महिला मतदाताओं की संख्या में वृद्धि हुई है। पिछले पांच साल में पुरुषों की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या में करीब डेढ़ गुना से अधिक बढ़ोतरी हुई है।
ये आधी आबादी की लोकतंत्र के महापर्व में भागीदारी को दर्शाता है। दरअसल वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव से तुलना करें तो महिला वोटरों की संख्या में वृद्धि हुई है।
उस दौरान इनकी संख्या करीब 15 लाख 25 हजार थी, जो बढ़कर इस बार 15 लाख 49 हजार से अधिक हो गई है, जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 2020 के विस चुनाव में 17 लाख 28 हजार थी, जो बढ़कर अब 17 लाख 42 हजार के करीब हो गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अब भी पुरुष और महिला मतदाताओं के बीच करीब दो लाख का अंतर है। लिंगानुपात में अभी और सुधार होने की संभावना है, क्योंकि जीविका, आईसीडीएस और आशा के माध्यम से लगातार महिला मतदाताओं को वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
यह प्रक्रिया नामांकन की तिथि से 10 दिन पहले तक चलेगी। इससे इन आंकड़ों में और भी वृद्धि होने की संभावना है।
गायघाट में सबसे अधिक महिला मतदाता
गायघाट विस क्षेत्र में महिला मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक एक लाख 51 हजार 193 है, दूसरे नंबर पर मुजफ्फरपुर विस क्षेत्र एक लाख 50 हजार 764 के साथ है। जबकि सबसे कम सकरा में एक लाख 27 हजार 764 है।
यहां पुरुष मतदाताओं की संख्या में सबसे कम एक लाख 43 हजार 609 है। जिले में महिला मतदाताओं की कुल संख्या 15 लाख 49 हजार 310 और पुरुष मतदाताओं की संख्या 17 लाख 42 हजार 79 है।
मतदान में अधिक रहती महिला मतदाताओं की भागीदारी
पिछले विधानसभा या लोकसभा चुनाव में भी महिला मतदाताओं ने पुरुषों की तुलना में संख्या कम होने के बावजूद बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाई थी। वर्ष 2020 के विस चुनाव में पुरुषों ने 58 तो महिलाओं ने करीब 62 प्रतिशत से अधिक मतदान किया था।
इसी प्रकार पिछले वर्ष के लोकसभा चुनाव में भी महिला मतदाताओं का मतदान प्रतिशत 60 से अधिक था। आंकड़ों से स्पष्ट है कि संख्या भले ही कम हो, लेकिन लोकतंत्र के इस महापर्व में आधी आबादी अपनी भूमिका पूरी ईमानदारी से निभाती हैं। |
|