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झूलते तारों व जर्जर खंभे पर नहीं है विभाग का ध्यान
जागरण संवाददाता, देवरिया। झूलते तार व जर्जर खंभे दीपावली की खुशियों को फीका कर सकते हैं। ये न सिर्फ बिजली आपूर्ति को बाधा दे सकते हैं, बल्कि कई तरह के हादसे का कारण बन सकते हैं। बिजली विभाग के आला कमान अधिकारी व कर्मचारी सब कुछ देखते हुए भी संशाधन की कमी बता मौन साधे हुए हैं। समय रहते विभाग ध्यान नहीं दिया दीपावली में अधिक लोड होने के चलते कभी भी भीषण दुर्घटना घट सकती है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दीपावली पर्व के दो दिन पहले से ही लोग अपने घरों व संस्थानों को रोशनी से सजाना शुरु कर दिए हैं। इसमें अधिक से अधिक झालर, अधिक पावन के लाइन तथा तरह-तरह के सजावटों के चलते दीपावली में लोड अधिक बढ़ जाता है। तारों पर भी लोड अधिक होने से वह गरम हो जाता है और जिससे इन तारों से जुड़ी दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है।
नगर के विभिन्न वार्डो में बिजली के खंभों पर नियमानुसार एक डीपी से दस से 15 उपभोक्ताओं को ही बिजली दी जानी चाहिए। यहां स्थिति है कि एक-एक खंभे पर बगैर डीपी बाक्स के सौ से डेढ सौ उपभोक्तओं को कनेक्शन दिया गया है। इसके चलते खंभों तथा गलियों में तारो का मकड़जाल होने से कौन तार किसका है। यह पता भी नहीं चलता है।
एक तार के फाल्ट होने की दशा में पूरे तारों में आग लगने की संभावना बढ़ जाती है। यही नहीं कई नवीन बस्तियों में आज भी बांस बल्ली के सहारे दो सौ से 400 मीटर तक लाइन केबल के माध्यम से दी गई है। ऐसे में लंबा तार होने के चलते आए दिन दुर्घटनाओं की आशंका बनी हुई है। शहर के सब्जी मंडी, अमर ज्योति चौराहा, मोहन रोड, अंसारी रोड, हनुमान मंदिर सहित प्रमुख सघन बस्तियों में तारों का मकरजाल लगा हुआ है।
सलेमपुर संवाददाता के अनुसार नगर पंचायत सलेमपुर में इस बार विद्युत कर्मचारियों को अलर्ट नहीं किया गया तो बिजली के अभाव में दीपावली फीकी हो सकती है। यहां तो जर्जर तारों के चलते आए दिन बिजली फाल्ट होने की समस्या बनी रहती है।
इस सम्बंध में अधिशासी अभियंता ने बताया कि दीपावली को लेकर तारों को ठीक करने के साथ कर्मचारियों को सतर्क होने को कहा गया है। |
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