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जागरण संवादादता, लखनऊ। साइबर जालसाजों ने टेलीग्राम पर कारोबारी को फंसाकर क्रिप्टो ट्रेडिंग के नाम पर 60 लाख रुपये ठग लिए। मुनाफा देख रकम वापस मांगी तो टैक्स के नाम पर रुपये ट्रांसफर कराए। मना करने पर कारोबारी को ग्रुप से बाहर निकाल दिया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
शक हाेने पर कारोबारी ने पड़ताल की तो ठगी का पता चला। विकासनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। एसओ आलोक सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
विकासनगर सेक्टर-5 निवासी अनिल कुमार द्विवेदी ने बताया कि पांच जून को टेलीग्राम पर जेयूजीवीजेआरजी आइडी से मैसेज आया। मैसेज में क्रिप्टो ट्रेडिंग के बारे में बताया। संपर्क करने पर जालसाज ने ट्रेडिंग पर मुनाफे का झांसा दिया। उसके बाद उन्हें गूगल इक्यूटस 917 ग्रुप पर जोड़ा गया। ग्रुप पर कुछ अन्य आइडी पर भी उन्हें निवेश करने के लिए प्रेरित किया गया।
शुरुआत में पीड़ित ने छोटी रकम निवेश की तो मुनाफा मिला।इसके बाद पीड़ित अनिल कुमार ने अपने चार बैंक खातों से 60 लाख रुपये क्रिप्टो में निवेश कर दिए। लिंक के माध्यम से भेजे गए एप पर मुनाफा 65 लाख दिखने लगा तो पीड़ित ने विड्राल का अनुरोध किया।
इसपर उनसे पांच लाख रुपये टैक्स जमा करने को कहा गया। पीड़ित ने और रुपये जमा करने में असमर्थता जतायी तो उन्हें ब्लाक कर दिया गया। इसी दौरान 13 नवंबर को जालसाज ने इंस्टाग्राम व वाट्सएप पर संपर्क कर 36 लाख रुपये वापस कराने के नाम पर 80 हजार की मांग की। ठगी का एहसास होने पर पीड़ित अनिल कुमार द्विवेदी ने विकासनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। |
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