|
|
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। नगर निगम सीमा का विस्तार होने के बाद पहली बार नगर निगम पथ प्रकाश की लाइट वाले और लाइटविहीन खंभों की गिनती कराएगा। नवविस्तारित क्षेत्रों में अभी अधिकतम जगहों पर या तो खंभे नहीं हैं, खंभे हैं तो उनमें लाइट नहीं है। इसके अलावा पुराने क्षेत्रों में भी कितने खंभे व लाइटें लगी हैं? इनकी गिनती पथ प्रकाश विभाग के पास नहीं है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसके लिए विभाग की ओर से सर्वे शुरू किया जाएगा। सर्वे का काम दिसंबर के अंत तक पूरा करना है। क्योंकि पथ प्रकाश लाइटों काे आटोमेशन मोड में ला दिया गया है। शहर की हर गली व मुहल्ला रोशन करने की दिशा में ये कदम उठाया गया है। शहर में पहले 70 वार्ड थे।
नगर निगम सीमा में शामिल करते हुए 20 नए वार्ड बनाए
सीमा विस्तार के बाद 35 गांवों को नगर निगम सीमा में शामिल करते हुए 20 नए वार्ड बनाए गए। अब इनकी संख्या 90 हो गई है। अभी शहर में लगभग 50 से 55 हजार खंभे हैं। करीब 65 हजार एलईडी लाइटें शहरभर में लगी हैं। अब सभी लाइटों को आटोमेशन मोड में डाला गया है। हैबिटेट सेंटर में बने नगर निगम के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आइसीसीसी) से इनको इंटीग्रेट किया गया है।
अब ये लाइटें अंधेरा होने पर अपने आप जलेंगी और सुबह रोशनी होने पर अपने आप बंद होंगी। अगर कोई लाइट खराब होती है तो उसको 12 घंटे के अंदर सही करना भी अनिवार्य है। वरना कार्यदायी एजेंसी पर प्रतिदिन 50 रुपये के हिसाब से जुर्माना लगाया जाएगा।
सभी खंभों की गणना कराने की योजना बनाई
अब नगर निगम ने पुराने व नवविस्तारित क्षेत्रों में सभी खंभों की गणना कराने की योजना बनाई है। जहां खंभे नहीं लगे हैं, वहां लगवाए जाएंगे। नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा के निर्देश पर पथ प्रकाश विभाग इसकी तैयारी में लग गया है। अब पथ प्रकाश विभाग के कर्मचारी वार्डवार सर्वे कर रिपोर्ट देंगे। दिसंबर के अंत तक ये काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
पुराने व नए सभी वार्डों में खंभों व लाइटों का सर्वे कराने की प्रक्रिया पर ही कार्ययोजना तैयार की जा रही है। हर वार्ड में टीमों को भेजकर ये काम कराया जाएगा। जल्द से जल्द कार्य पूरा करने का प्रयास रहेगा। अजय कुमार सक्सेना, अधिशासी अभियंता (यांत्रिक) नगर निगम
|
|