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बिहार में प्रदूषण ने बढ़ाई चिंता। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, पटना। प्रदेश में धीरे-धीरे ठंड बढ़ने के साथ हवा भी प्रदूषित हो रही है। दूसरे दिन भी शनिवार को हाजीपुर की हवा प्रदेश में सबसे प्रदूषित रही। यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक एक्यूआइ 179 दर्ज किया गया। वहीं, पटना का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 150 दर्ज किया गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
राजधानी सहित 18 जिलों की हवा प्रदूषित रही। इसमें 12 शहरों में मध्यम स्तर का प्रदूषण एवं छह शहरों का संतोषजनक रहा। राजधानी के समनपुरा इलाका भी खराब श्रेणी में रहा। यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक शाम सात बजे के बाद 281 पहुंच गया।
पटना के दानापुर में एक्यूआइ 136, पटना सिटी का 100, तारामंडल के पास 132, गांधी मैदान इलाके में 160 और राजवंशी नगर में 123 दर्ज किया। पटना सिटी की हवा संतोषजनक रहा।
संतोष जनक श्रेणी में कटिहार का 96, छपरा का 67, बेतिया का 90, भागलपुर का 94, मोतिहारी का 84 एवं सहरसा का 83 एक्यूआइ दर्ज किया गया।
बढ़ाया गया जल का छिड़काव
हवा में धूलकणों की अधिकता बढ़ने की वजह से राजधानी के प्रमुख सड़कें पर नगर निगम की ओर से जल छिड़काव को बढ़ा दिया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि पटना सहित राज्य के अधिकतर हिस्सों में हवा की गति कम होने से प्रदूषण की सघनता बढ़ती है।
मौसम विज्ञानी के के अनुसार, मानसून से पहले की अवधि में वातावरण में सबसे कम प्रदूषण रहता है, जबकि मानसून के बाद वातावरण में धूल कण की मात्रा बढ़ने लगती है। सर्द के दिनों में पटना सहित कई जिलों की हवा की गुणवत्ता खराब होने लगती है।
प्रमुख शहरों की हवा
शहर एक्यूआइ (AQI) वायु गुणवत्ता श्रेणी
हाजीपुर
179
मध्यम प्रदूषित
सासाराम
165
मध्यम प्रदूषित
पटना
150
मध्यम प्रदूषित
बिहारशरीफ
148
मध्यम प्रदूषित
राजगीर
137
मध्यम प्रदूषित
आरा
137
मध्यम प्रदूषित
गया
134
मध्यम प्रदूषित
मुजफ्फरपुर
125
मध्यम प्रदूषित
किशनगंज
125
मध्यम प्रदूषित
औरंगाबाद
110
मध्यम प्रदूषित
मुंगेर
110
मध्यम प्रदूषित
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