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यूक्रेन का कीव पर हमला। (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूक्रेन की सेना ने लंबी दूरी के ड्रोन से रूस की एक अहम गोला-बारूद फैक्ट्री, एक हथियार डिपो और एक प्रमुख तेल टर्मिनल को निशाना बनाने का दावा किया है।
हालांकि रूस ने हमले को नाकाम करने और कोई नुकसान नहीं होने का दावा किया है। ये हमले ऐसे समय किए गए हैं, जब साढ़े तीन वर्ष से ज्यादा समय से जारी युद्ध के समाप्त कराने के कूटनीतिक प्रयास ठप पड़ गए हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गोला-बारूद, एंटी-एयरक्राफ्ट और एंटी-टैंक हथियारों की होती है आपूर्ति
यूक्रेनी जनरल स्टाफ ने सोमवार को कहा कि उसने पश्चिमी रूस के निजनी नोवगोरोड क्षेत्र में स्वेरड्लोव गोला-बारूद फैक्टरी पर बीती रात हमला किया। नतीजन कई धमाके हुए और आग लग गई। फैक्टरी से रूसी बलों के लिए गोला-बारूद, एंटी-एयरक्राफ्ट और एंटी-टैंक हथियारों की आपूर्ति होती है। यूक्रेनी ड्रोन ने क्रीमिया में एक तेल टर्मिनल पर भी हमला किया, जिससे आग लग गई। रूस की 18वीं कंबाइंड आर्म्स आर्मी के गोला-बारूद डिपो को भी निशाना बनाया गया। जबकि रूसी अधिकारियों ने देश के 14 क्षेत्रों के साथ ही क्रीमिया में यूक्रेनी ड्रोन हमले की पुष्टि की।
मार गिराए 251 यूक्रेनी ड्रोन
हालांकि उन्होंने यह भी दावा किया कि रूसी वायु रक्षा प्रणालियों ने 251 यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया। यह रूसी क्षेत्रों पर यूक्रेन के सबसे बड़े हमलों में एक बताया गया है। निजनी नोवगोरोड के गवर्नर ग्लीब निकितिन ने कहा कि वायु रक्षा ने गोला-बारूद फैक्टरी समेत स्थानीय औद्योगिक क्षेत्र पर 20 यूक्रेनी ड्रोन हमले को विफल कर दिया। हमले में यहां के कारखानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
(न्यूज एजेंसी एपी के इनपुट के साथ)
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