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जागरण संवाददाता, लखनऊ। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अवर अभियंता बड़े ही असमंजस में है। बकाए पर अगर कनेक्शन नहीं काटते हैं तो उन्हें वरिष्ठों द्वारा फटकार लगाई जाती है और अगर कार्रवाई करते हैं तो उन्हें निलंबित कर दिया जाता है। राजधानी में ही दर्जनों मामले हैं, जिनमें उपभोक्ता के पांच हजार बकाए पर ही कनेक्शन काट दिए गए। शिकायत पर कहा गया कि स्मार्ट मीटर लगा है, इसलिए बकाए पर कनेक्शन खुद कट जा रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अब एक उपभोक्ता का कनेक्शन काटने पर जेई अरिवन्द कुमार भारती को निलंबित करते हुए जानकीपुरम से बरेली भेजकर, मुख्यालय से संबंद्ध कर दिया गया। दोष इतना था कि जानकीपुरम के उपभोक्ता श्रीकांत उपाध्याय का 17,743 रुपये बकाया था। उपखंड अधिकारी का निर्देश था कि दस हजार से अधिक बकाएदारों से संपर्क करके प्रयास किया जाए कि वह बकाया धनराशि जमा कर दे।
वरिष्ठ अभियंताओं के मुताबिक जेई ने वरिष्ठों के निर्देश से दो कदम आगे बढ़ते हुए बिजली कनेक्शन ही बकाए पर काट दिया। बताया जा रहा है कि उपभोक्ता की शिकायत पर यह कार्रवाई स्वयं मध्यांचल एमडी रिया केजवरीवाल ने की है। अमूमन अवर अभियंता को निलंबित करने का काम अधीक्षण अभियंता स्तर के अधिकारी करते हैं। वहीं जेई संगठन से जुड़े पदाधिकारी इस कार्रवाई को लेकर नाराज है। अभियंताओं का कहना है कि अगर जेई कार्रवाई न करे तो भी मुसीबत है और अगर करते हैं तो ऐसी कार्रवाई होती हैं, इससे अभियंताओं का मनोबल गिरता जा रहा है। |
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