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एनआईए जांच में सामने आया है कि आतंकी हमास की तरह रॉकेट और ड्रोन से हमले की रच रहे थे साजिश।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। लाल किला के बाहर धमाका मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने साेमवार को पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े एक और आतंकी जसीर बिलाल वानी उर्फ दानिश को गिरफ्तार किया है। इसे कार धमाके को अंजाम देने वाले आतंकी डा. उमर नबी बट का मुख्य सहयोगी बताया जा रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जांच में बड़ी बात यह सामने आइ है कि यह मॉड्यूल दिल्ली व देश के अन्य बड़े शहरों में हमास की तरह राकेट और ड्रोन से हमले की साजिश रच रहा था।
हमले को अंजाम देने के लिए यह मॉड्यूल जम्मू-कश्मीर से लेकर दिल्ली, हरियाणा, यूपी व मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में अपनी जड़े जमा ही रहा था कि जम्मू कश्मीर पुलिस की तत्परता ने किसी आतंकी घटना को अंजाम देने से पहले ही इस मॉड्यूल के कई सदस्यों को गिरफ्तार कर इनके पूरे नेटवर्क और मंसूबे पर पानी फेर दिया।
इसकी गिरफ्तारी से पहले एनआईए ने रविवार को फरीदाबाद से लाल किला के बाहर आत्मघाती धमाके में मारे गए जैश आतंकी उमर नबी बट को आइ-20 कार खरीदवाने में मदद करने वाले तारिक उर्फ आमीर राशिद अली को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था।
इस मॉड्यूल का नेटवर्क कई राज्यों मेें फैले होने के कारण एनआइए ने दिल्ली, हरियाणा, यूपी, जम्मू कश्मीर व मध्य प्रदेश आदि राज्यों में रविवार से ही छापेमारी शुरू कर दी है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि आने वाले समय में बड़ी संख्या में इस माड्यूल से जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।
एनआइए के मुताबिक जसीर बिलाल वानी उर्फ दानिश, मूलरूप से कश्मीर का रहने वाला है। एनआइए की टीम ने उसे श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर से गिरफ्तार किया है। एनआइए को जांच में पता चला है कि जसीर, ड्रोन बम बनाने की भी साजिश रच रहा था। कार बम विस्फोट भी उसी की साजिश थी, जिसमें 15 लोग मारे गए और 32 घायल हुए। इसने राकेट बनाने का प्रयास करके आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए तकनीकी सहायता प्रदान की थी।
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के काजीगुंड का रहने वाला जसीर बिलाल हमले के पीछे मुख्य साजिशकर्ताओं में एक माना जा रहा है। उसने इस आतंकी नरसंहार की योजना बनाने के लिए आतंकवादी उमर नबी बट के साथ मिलकर साजिश रची थी। एनआइए इस घटना के पीछे की साजिश को उजागर करने के लिए विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है।
एंटी-टेरर एजेंसी की कई टीमें आतंकी हमले में शामिल हर व्यक्ति की पहचान करने के लिए कई राज्यों में तलाशी अभियान चला रही हैं। संबंधित राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर छापेमारी की जा रही है। |
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