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राज्य ब्यूरो, लखनऊ। एटा के राज्य कर खंड- दो में तैनात सहायक आयुक्त सुशील को सरकार ने गंभीर गड़बड़ियों के आरोप में निलंबित कर दिया है। जांच में पाया गया कि उन्होंने कई फर्मों को गलत तरीके से 75 लाख रुपये से ज्यादा का फर्जी रिफंड जारी किया, जिससे सरकार को भारी नुकसान हुआ। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सुशील ने तीन फर्मों ओम आर्टिफिशियल, निधि इंटरप्राइजेज और श्याम इंटरप्राइजेज को नियमों की अनदेखी करते हुए गलत तरीके से आइटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) का रिफंड जारी किया। इसके अलावा उन्होंने रिटर्न जांच से जुड़े सरकारी आदेशों का पालन नहीं किया। अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा की गई गलतियों को भी नहीं रोका।
आरोप यह भी है कि उन्होंने ए टू जेड इंटरप्राइजेज नाम की फर्म को अस्तित्वहीन पाए जाने के बाद भी तुरंत रद्द नहीं किया। देरी के कारण उस फर्म ने करीब 3.35 करोड़ रुपये की फर्जी लेनदेन कर दी, जिससे राजस्व को नुकसान पहुंचा।
शासन ने कहा है कि इन मामलों में सुशील प्रथमदृष्टया दोषी पाए गए हैं, इसलिए उनके खिलाफ विभागीय जांच चलेगी। निलंबन के दौरान संयुक्त आयुक्त (कार्यपालक) राज्य कर बांदा कार्यालय से संबद्ध किया गया है। |
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